Krishna Janmashtami: Sanskrit Verses, The Glory of Lord Krishna – sanskritagain

Krishna Janmashtami 2024: Sanskrit Verses, Hindi-English Translations, and the Glory of Lord Krishna

Krishna Janmashtami 2024: Sanskrit Verses, Hindi-English Translations, and the Glory of Lord Krishna
Welcome to our special Krishna Janmashtami blog, where we delve into the divine teachings and profound wisdom of Lord Krishna. On this auspicious occasion, we celebrate the birth of Lord Krishna by sharing some of the most revered Sanskrit verses related to His life and teachings. Each verse, accompanied by its Hindi and English translations, is a testament to the timeless relevance of Krishna's message of love, righteousness, and devotion. Let's immerse ourselves in the spiritual essence of this sacred festival and seek the blessings of Lord Krishna.

यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥

Hindi: जब-जब धर्म की हानि और अधर्म की वृद्धि होती है, तब-तब मैं अपना अवतार लेता हूँ।

English: Whenever there is a decline in righteousness and an increase in unrighteousness, O Arjuna, at that time I manifest myself on earth.
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्।
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे॥

Hindi: सभी धर्मों को छोड़कर केवल मेरी शरण में आओ। मैं तुम्हें सभी पापों से मुक्त कर दूँगा, चिंता मत करो।

English: Abandon all varieties of religion and just surrender unto Me. I shall deliver you from all sinful reactions; do not fear.

सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज।
अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः॥

Hindi: सभी धर्मों को छोड़कर केवल मेरी शरण में आओ। मैं तुम्हें सभी पापों से मुक्त कर दूँगा, चिंता मत करो।
English: Abandon all varieties of religion and just surrender unto Me. I shall deliver you from all sinful reactions; do not fear.

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥

Hindi: तुम्हारा अधिकार केवल कर्म करने में है, फल में कभी नहीं। इसलिए कर्म के फल की इच्छा मत करो, और न ही अकर्मण्यता की ओर झुको।

English: You have the right to perform your duty, but you are not entitled to the fruits of the actions. Never consider yourself the cause of the results of your activities, nor be attached to inaction.
वसुदेवसुतं देवं कंसचानूरमर्दनम्।
देवकीपरमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥

Hindi: वसुदेव के पुत्र, कंस और चाणूर का नाश करने वाले, देवकी के परम आनंद, जगत के गुरु भगवान श्रीकृष्ण को प्रणाम।

English: I bow to Lord Krishna, the son of Vasudeva, the destroyer of Kansa and Chanura, the supreme joy of Devaki, and the guru of the universe.

स्मरामी यं सदा स्वीयं, वन्देऽहं तमहर्निशम्।
हरेर्नामसहस्रं यः, पठेत्सर्वं सदा सुखी॥

Hindi: मैं उन्हें सदा स्मरण करता हूँ और दिन-रात उनका वंदन करता हूँ। जो हरी के नाम के हजार श्लोकों का पाठ करता है, वह सदा सुखी रहता है।

English: I constantly remember Him and worship Him day and night. One who recites the thousand names of Hari is always happy.

न मे भक्तः प्रणश्यति।

Hindi: मेरा भक्त कभी नष्ट नहीं होता।

English: My devotee never perishes.

राधायाः हृदयमधुना श्यामः। श्यामस्य हृदयमधुना राधा॥

Hindi: राधा का हृदय अब श्याम है, और श्याम का हृदय अब राधा है।

English: Radha's heart now belongs to Shyama, and Shyama's heart now belongs to Radha.

कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्।

Hindi: मैं जगत के गुरु श्रीकृष्ण को प्रणाम करता हूँ।

English: I bow to Krishna, the guru of the universe.
नित्यं नवनवायमं नवतनोः, साक्षात्सदा व्रजजनानन्दकरम्।
गोविन्दमद्यरचये तुलसीमालां, भक्त्याश्रितायामलचन्द्रकम्॥

Hindi: जो हमेशा नित्य नवीन रूप में प्रकट होते हैं, जो व्रजवासियों को आनंद देते हैं, मैं उस गोविन्द को तुलसी की माला अर्पित करता हूँ।

English: I offer a garland of Tulsi to Govinda, who always appears in a fresh, new form and brings joy to the people of Vraja.

यं ब्रह्मा वरुणेन्द्ररुद्रमरुत: स्तुन्वन्ति दिव्यै: स्तवै-
र्वेदै: साङ्गपदक्रमोपनिषदैर्गायन्ति यं सामगा:।
ध्यानावस्थिततद्गतेन मनसा पश्यन्ति यं योगिनो-
यस्तानं न विदु: सुरासुरगणा देवाय तस्मै नम:।।

Hindi: ब्रह्मा, वरुण, इंद्र, रुद्र और मरुत जिनकी दिव्य स्तुतियों से स्तुति करते हैं; साम वेद के गायकों द्वारा जिनका गान किया जाता है; योगी मन से ध्यानस्थ होकर जिनका दर्शन करते हैं, और जिनका आदि और अंत देवताओं और असुरों द्वारा भी नहीं जाना जाता, उस देवता को प्रणाम।

English: Brahma, Varuna, Indra, Rudra, and Marut sing His praises with divine hymns. The singers of Sama Veda chant His glory, the yogis see Him with their minds absorbed in meditation, and neither the gods nor the demons know His beginning or end. To that God, I offer my obeisance.

सर्वेन्द्रियाणां नयनं मणिः स्यादानन्दकारीणां माधवः प्रियेन्दुः।
सर्वेन्द्रियाणां नयनं मणिः स्यात्कृष्णः प्रियेन्दुः।

Hindi: सभी इन्द्रियों का नायक, सुख देने वाले भगवान माधव मेरे प्रिय हैं।

English: The leader of all the senses, the bliss-giving Lord Madhava, is dear to me.

As we conclude this divine journey through the timeless verses of Lord Krishna, we hope that the wisdom shared here resonates with you and enriches your Krishna Janmashtami celebrations. May the teachings of Lord Krishna inspire you to live a life of righteousness, devotion, and inner peace. On this sacred day, let's pledge to walk the path shown by Krishna and spread love, compassion, and truth in our lives. Wishing you all a blessed and joyous Krishna Janmashtami!

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